कब मिलेगी राख से मुक्ति, क्षेत्र की जनता में आक्रोश व्याप्त

सीबीगंज (बरेली)। बीएल एग्रो (बैल कोल्हू) के बॉयलर से निकलने वाले धुएं के साथ भूसी की राख ने क्षेत्र वासियों का जीना दुश्वार कर रखा है। इसको लेकर क्षेत्रवासियों ने पर्यावरण मंत्री और जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अपनी शिकायत भी दर्ज की थी। जिसके बाद पर्यावरण विभाग की टीम ने मौके पर जाकर अपनी जांच की थी। जांच को दस दिन हो चुके हैं लेकिन अभी भी हालातो में कोई सुधार होता नही दिखाई दे रहा।

पर्यावरण अभियंता जितेंद्र लाल व उनके सहयोगी सुनील कुमार और सुनील सिंह चौहान ने सीबीगंज क्षेत्र में पहुंचकर लोगों की छतों का निरीक्षण भी किया था जहां पर जांच करने आए अधिकारियों को लोगों द्वारा बताए गए तथ्यों में सच्चाई नजर आई थी। जांच अधिकारियों ने लोगों की छतों पर पड़ी राख की वीडियोग्राफी और बीएल एग्रो (बैल कोल्हू) फैक्ट्री की मशीनों और चिमनी आदि की भी वीडियोग्राफी कर ली थी जो शासन को भेजी गई है लेकिन रिपोर्ट अभी तक पर्यावरण विभाग तक अभी आ सकी है या नही, इसको तो पर्यावरण विभाग ही बेहतर जानता होगा।

आपको बता दें कि इस राख की वजह से क्षेत्र की जनता का जीना दुश्वार है। बी एल एग्रो (बैल कोहलू) फैक्ट्री की चिमनी से निकलने वाले धुएं के साथ बॉयलर में जलने वाली भूसी की राख हवा की दिशा के अनुरूप क्षेत्र के लोगों की छतों पर जा गिरती है। जिससे क्षेत्र की जनता का बुरा हाल है, अब तो ये राख क्षेत्र के सर्वोदय नगर कॉलोनी, सनौआ सनईया रानी, पस्तौर, सरनिया, हैदराबाद उर्फ खडौआ तक पहुँचने लगी है, सोमवार को धूप निकलने के कारण जंहा क्षेत्र की जनता को कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिली, लोगों ने अपनी छत पर धूप सेकने का मन बनाया लेकिन इस रख के कारण वहां भी लोग नहीं बैठ सके। लोग फैक्ट्री प्रशासन, के साथ जिला प्रशासन द्वारा भेजी गई पर्यावरण विभाग की टीम को भी कोसते हुए नजर आए, इस राख को लेकर सीबीगंज कस्वा क्षेत्र के रहने वाले ज्ञानपाल सिंह का कहना हैं कि पर्यावरण विभाग द्वारा जो टीम भेजी गई थी यदि उस टीम द्वारा फैक्टरी प्रशासन को कठोर चेतावनी दी जाती और जिला प्रशासन की ताकत का एहसास कराया जाता है तो यह राख कब की बन्द हो चुकी होती।

फैक्ट्री प्रशासन अपनी गलती मानने को तैयार तक नहीं है और न ही इस राख के मामले में कोई सुधार कर रही हैं। इसी प्रकरण को लेकर स्थानीय पार्षद रचित गुप्ता, राजन श्रीवास्तव का एक प्रतिनिधि मंडल के साथ वन एवं पर्यावरण मंत्री डॉ अरुण कुमार से मिल चुके हैं और अपनी समस्या उनके समक्ष रख चुके हैं वही इसी मामले पर भारतीय उद्योग व्यापार मंडल शाखा सीबीगंज के सदस्यों द्वारा अध्यक्ष धीरेंद्र गंगवार के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर उदित पवार को भी दिया जा चुका है। जिसके बाद पर्यावरण विभाग में कुछ हरकत देखी गई थी और विभाग के अधिकारियों की एक टीम ने बीएल एग्रो (बैल कोल्हू) फैक्ट्री की वीडियोग्राफी भी की थी। पर्यावरण विभाग द्वारा जो जांच की गई थी। उसे शासन को भेज दिया गया है, ऐसा बताया जा रहा है।

नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर पर्यावरण विभाग के कुछ अधिकारियों का कहना था कि जल आकाश और बीएल एग्रो फैक्ट्री की चिमनियों के उच्चीकरण के लिए नोटिस जारी कर दिया गया है, फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा जैसे ही उच्चीकरण का प्रस्ताव विभाग को प्राप्त होगा. विभाग शासन स्तर पर कार्रवाई कर प्रस्ताव को मंजूरी दिलाने का कार्य करेगा।

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